मदमस्त बयार फागुन की
हवा में डोले प्यार फागुन की,
दिल डोले मस्ती में बोले
ये कैसी चाल फागुन की,
सुर्ख रंगों से उसके गालों
पर लिखे चाह फ़ागुन की,
पकड़ बहियां उसे कर दें
रंगों से सरोबार
याद रहे उसे हमेशा
इस मद मस्त फागुन की.
शुभ रंगोत्सव
08.03.2023
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