तुम्हारी बांहो के घेरो में घर है मेरा
तुम्हारी सांसो से मेरी सांसो का रिश्ता गहरा
तुम्हारीआंखों में तैरता वो ख्वाब सुनहरा
तुम्हारी धड़कनो पर मेरी धड़कनो का पहरा
तुम्हारी चाहतों पर मेरा हक़ पूरा
तुम्हारे बेपरवाह अंदाज पर फिदा दिल हमारा
गुरुर सा खुद पे जो पाया साथ तुम्हारा
तुम्हारी इक उधारी जो बाकी मुझपर
हज़ार आंसुओ का सबब ज़िन्दगी से भारी मुझपर
साथ ले जाऊँगी ये कर्ज़ तुम्हारा
वसूलना जब मिलूंगी दुबारा
तुम्हारी खुशियों पर कुर्बान ये जहांन सारा